तेरे नन्हे नन्हे. कदमों से
जब तू चलती ठुमक ठुम
हो जाता है घर का हर इक कोना रोशन
मेरी गुडिया कितनी प्यारी
सबसे न्यारी , राजकुमारी
बदल गया है मेरा जीवन
जब से तू है आई ।
अब तू थोडी़ बडी़ हो रही
रचती कल्पना का संसार
कभी तू बनना चाहे डॉक्टर
कभी कहती बनूंगी टीचर
और कभी बन जाती डांसर
सारे सपने करना पूरे
जो भी चाहे बनना प्यारी
हर क़दम हूँ तेरे साथ
जीतेगी इक दिन संसार ।
शुभा मेहता
21 st April 2018