Friday, 26 April 2024

मिसमैच

वाह  रे जिंदगी ..... 
  मिसमैच ......
 
कभी कभी लगता है पूरी जिंदगी ....
 जिंदगी में हर चीज मिसमैच 
 चल रही है ..या कहें रेंग रही है 
   अधिकतर  लोगों की ....
    ढोए जा रहे हैं किसी तरह 
       ये बोझ .........
      अरे , खानें के लिए  सजाई गई 
       थाली में भी जब एक समान 
         ' मैच ' होते बर्तन नहीं होते तो 
            खटकते हैं आँखों में 
              और हम जो हैं 
            ता -उम्र कैसे निभा लेते हैं 
              हाँ चलन है आजकल 
               मिक्स एंड मैच का ....
                  ठीक भी है ..
                   अच्छा लगता है 
                 अलग -अलग रंगों का संयोजन 
                   पर ,मिसमैच ...........  ?
               आपको क्या लगता है ....
                    


शुभा मेहता 
27thApril ,2024
              

    
 
 

13 comments:

  1. बढ़िया ..मिसमैच ना हो तो जीवन में मजा कम रहेगा

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद

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  2. विरोधाभास जीवन में रोचकता भर देता है, अनेकता में एकता देखने का गुर आना चाहिए

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  3. दिल है कि मानता नहीं मिस मैच या मैच मिस ? हा हा | नजरिये में धोखा बना रहे |

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद

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  5. बहुत बहुत सुन्दर

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद आलोक जी

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  6. ज़िंदगी की हकीकत यही है ।
    बहुत सुंदर.अभिव्यक्ति दी।
    सादर।

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  7. बहुत ही बढ़ियां

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  8. जितनी सरल आप हैं उतनी सरल आपकी अभिव्यक्ति 🙏

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