हर साल आज के दिन यानी पाँच जून को विश्व पयार्वरण दिवस के रूप में मनाया जाता है । वो शायद इसलिये कि सदियों से हम पृथ्वी के द्वारा दिए गए अनमोल उपहारों -पेड़-पौधे नदियाँ, जंगल आदि का दुरुपयोग करते है ,तो हमें याद दिलाने के लिए कि हम अपनी धरती माँ की अच्छी तरह देखभाल करें ।
हम केवल कहते है कि धरती माँ तुझे प्रणाम ,पर क्या सही अर्थ में हम धरती माँ का आदर करते हैं ,शायद नहीं ।
हम तो इसे गंदा करने की जैसे होड में लगे हैं । नदियों का पानी प्रदूषित हो रहा है ,जंगल कम हो रहे है ।
आओ आज संकल्प करें ,पर्यावरण की रक्षा करें ।अपनी धरती माँ की अच्छी देखभाल करें ।अधिक पेड़ लगाएं ।क्योंकि -
बूंद-बूंद पानी की है अनमोल ,पत्ती-पत्ती वृक्षों की है अनमोल ।
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