Tuesday, 21 August 2018

फूल....

छत के कोने में
  बतियाते फूल
   सब मिल बगिया को
     महकाते फूल
      लाल ,पीले ,नीले
      सफेद फूल
       न गिला ,न शिकवा
         न जात ,न पात
           न बडा न छोटा
            न ऊँचा ,न नीचा
            मंदिर हो ,मस्जिद हो
            हो गिरजा या चर्च
             सभी जगहों पर
            पहुँच जाते ये फूल ।

        शुभा मेहता
     
   
 

32 comments:

  1. वाह्ह...दी बेहद खूबसूरत अभिव्यक्ति.. 👌👌
    फूल-सा कोमल मन,त्याग की भावना गर मानव पा जाता,धरा भी होती कितनी पावन,सुरलोक धरती पर आ जाता।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद श्वेता

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  2. Adbhut are manav phoolon se hi shiksha le bhaichare ka nata nibhate wah bahen iss choti si kavita ne man moh liye ise kahte hain abhivyakti pawan pawas man ki sundarta shabdon me dikhai deti hai bahut jiye betaa bahut bahut ashirwad aur pyaar us se kahin jyaada love you sissy 👏👏👏👏😘😘😘😘😘💐💐💐💐

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  3. Such a great line we are Online publisher India invite all author to publish book with us

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद।

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  5. बहुत सुन्दर सृजन शुभा जी

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी ।

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  6. वह क्या खूब कविता लिखी है दीदी न जात.... न धर्म..... क्या बात क्या बात।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद नितिन भाई ।

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  7. दीदी मैंने भी अपना एक ब्लॉग शुरू किया है कुछ छोटे छोटे लेख लिख रहा हूँ आपके मार्गदर्शन की आवश्यकता है जरूर दीजियेगा। धन्यवाद्

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    1. अरे वाह!!बहुत अच्छा ब्लॉग है आपका नितिन भाई ।

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    1. धन्यवाद संजय जी ।

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  9. प्रिय शुभा जी -- फूल सी उदार फितरत अगर इंसान को मिल जाती तो बात ही बन जाती | छोटी सी सुंदर रचना में फूलों के सम भाव का अवलोकन करती सूक्ष्म दृष्टि को सलाम !!!!!!!हार्दिक शुभकामनायें आपको --

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद प्रिय रेनू जी ।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद ।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका ।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सखी ।

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  13. बहुत सुंदर रचना शुभा जी ।

    फूल ना जाने जात पांत
    ना मस्जिद ना शिवालय
    सदा एक से खिले रहते
    चढ मयत या गूंथ सेहरा।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद कुसुम जी ।

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  14. Replies
    1. बहुत बहुत धन्यवाद ।

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    2. बहुत बहुत धन्यवाद ।

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  15. बहुत सुन्दर , सार्थक संदेश देती रचना...

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सुधा जी ।

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  16. जरूरी ,श्वेता ।

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