Tuesday, 14 August 2018

स्वतंत्रता दिवस

सभी मित्रों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ..

  नमन है उन सभी वीर शहीदों को ,जिनकी
शहादत की वजह से आज हम खुली हवा में साँस ले रहे हैं ,कितने ही ऐसे अनजाने शहीद होगें जिनका नाम इतिहास में दर्ज नहीं है ...धन्य है उनके माता -पिता ।
   मित्रों ,आज मैं बात करना चाहूँगी इस माँ के बारे में जिसे हम भारत माता पुकारते हैं ...पर मैं आप सबसे पूछना चाहूँगी कि क्या माँ पुकारना काफी है ,?क्या हमें इसका जतन प्यार से नहीं करना चाहिए ?
पिछले एक सप्ताह से व्हाट्सएप ,फेस बुक और भी सभी सोशल मीडिया एप्लीकेशन में जैसे बाढ़ सी आई हुई है ....वंदे मातरम ,जय भारत ,मेरा भारत महान ..
  लोग तिरंगे के  साथ प्रोफाइल पिक्चर लगा रहे है ,और भी बहुत कुछ .....
   क्या यहीं तक सीमित रह गया है देश प्रेम ....?
    जातिवाद ,धर्मवाद ,आरक्षण के नाम पर बंद का आयोजन ,आपसी मतभेद ,दंगे -फसाद ....क्या यही है
देश प्रेम ?
  मेरे देश की धरती सोना उगले .....और इसी धरती को हम कूडा करकट डालकर कितना गंदा कर रहे हैं ....
अभी हमारी सोसायटी नेंं एक वाचमैन रखा है ,कि बाहर कोई कचरा ना डाले ,बेचारा दिन भर खडा रहकर ध्यान रखता ,पर ये तथाकथित पढे-लिखे लोगों ने रात में कचरा बाहर डालना शुरु किया ।
   हमारी पवित्र नदियां जिन्हें भी हम माँ कहते है ,कचरों से भरी पडी है ..

  यहाँ मैं यही कहना चाहूँगी कि हमें स्वयं जागरूक होना पडेगा , हमारी आने वाली पीढी के आगे आर्दश उपस्थित करना होगा ,जागरूक नागरिक बनना होगा ..सभी भारतीय एक माँ भारती की संतान है ,यह भावना लानी होगी ....
चंद पंक्तियाँ माँ भारती को सर्मपित ...ये पंक्तियाँ  मुझे बहुत पसंद है ...

माँ भारती ,माँ भारती ,माँ भारती ।
  स्वर्ग भी करता तुम्हारी आरती ।।
शुभ्र ज्योत्सना सृदश अंचल है तुम्हारा
   बह रही जिसमें युगों से पुण्य धारा
जोड़ कर रवि शशी प्रगति के अश्व को
चल रहे अस्तित्व के बन सारथी ।
  माँ भारती ,माँ भारती ,माँ भारती
स्वर्ग भी करता तुम्हारी आरती।

शुभा मेहता

15th Aug 2018
 
 

 

8 comments:

  1. Jab tak hum jaagrook nhi honge apna kachra nikalne ke bahane doosre ke ghar me daalte rhenge aesa hi chlta rahega kahne bhar ka rah gya hai ekta mein anekta ya vasudhaiv kutumbakam videshiyon ke saath balatkaar utpidan sbhi kuch toh yathavat hai nhi safai apne ghar se apni soch se shuru krni pdegi adambar rahit hona pdega tabhi us dhara ko ravi aur shashi ke ashva uddhar kr skenge bahut acche shubha tujse yahi ummeed thi m intezar kar rha thha tere kalam ka bahut bahut pyaar 😘😘😘😘😘👏👏👏👏😊😊😊😊😊

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  2. आपने बिल्कुल सही कहा है शुभा दीदी है व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी शायद हम अभी तक पूरी तरह से स्वतंत्र नहीं हुए है.

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    1. धन्यवाद नितिन भाई ।

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  3. आप को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें

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    1. आपको भी नितिन भाई ।

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  4. सुन्दर प्रस्तुति

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  5. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (11 -8 -2020 ) को "कृष्ण तुम पर क्या लिखूं!" (चर्चा अंक 3790) पर भी होगी,आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    ---
    कामिनी सिन्हा


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