Saturday, 27 February 2021

दिल वाला साबुन ..

देखो ,दिल वाला साबुन 
महकता -सा ......
जैसे ही चेहरे पर लगाया 
एक बडा़ -सा बुलबुला बना 
उसमें तेरा अक्स दिखा 
प्यारा -सा ....
फिर खेलने लगी मैं 
उस बुलबुले से .
फूटा ....और कितने सारे 
छोटे-छोटे बुलबुले 
सभी में तू दिखाई दी 
कित्ती सारी 
छोटी -सी ,प्यारी सी 
मुस्कुरा रही थी 
मुझे देखकर 
मैं भी टकटकी लगाए 
देखे जा रही थी 
फिर धीरे -धीरे 
फूट गए सब बुलबुले ,
और तू फिर समा गई 
मेरे दिल में ...

शुभा मेहता 
28 th feb .2021

33 comments:

  1. बहुत सुन्दर

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    1. धन्यवाद ओंकार जी ।

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  2. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 28 फरवरी 2021 को साझा की गई है.........  "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  3. बहुत-बहुत धन्यवाद दिव्या जी ।

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद ।

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  5. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (01 -03 -2021 ) को 'मौसम ने ली है अँगड़ाई' (चर्चा अंक-3992) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है।

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद अनुज रविन्द्र जी ।

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  6. मैम, आपने बहुत ही खूबसूरत शब्दों का मिश्रण किया है
    कृपया हमारे ब्लॉग पर भी आइए आपका हार्दिक स्वागत है और अपनी राय व्यक्त कीजिए!

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद मनीषा जी ।जी ,जरूर ।

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  7. वाह! दिल को छूती दिल वाली अभिव्यक्ति आदरणीय दी।
    सादर

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    1. धन्यवाद प्रिय अनीता ।

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  8. सुंदर भावों की मनोहारी कृति ..समय मिले तो ब्लॉग पर भ्रमण करें सादर ..नमन ..

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद जिज्ञासा जी । जी ,जरूर ।

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  9. कोमल भाव लिए अति सुंदर सृजन शुभा जी!

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    1. बहुत-बहि धन्यवाद मीना जी ।

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  10. शुभा , लगता है बुलबुलों में अपना अक्स ही दिख रहा था , । प्यारी अभिव्यक्ति ।

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद संगीता ।

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद सर ।

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  12. बहुत सुन्दर रचना, कोमल और सहज भाव लिए

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद ।

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  13. दिल को छूती बहुत सुंदर रचना, शुभा दी।

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद ज्योति ।

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  14. कोमल मनोभाव को समेटे सुंदर सृजन शुभा जी ,सादर नमन

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    1. बहुत -बहुत धन्यवाद सखी ।

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  15. बेहतरीन प्रस्तुति दिल को छूती हर पंक्तियाँ !

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  16. बहुत सुंदर।

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  17. बहुत ही प्यारी सुंदर रचना , दिल वाला साबुन लाजवाब, बधाई हो

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  18. प्रिय शुभाजी , आपकी ही तरह बहुत प्यारी सी रचना | आपका ये अंदाज मन को भा जाता है | दिल वाला साबुन ! बहुत सुंदर !!!!!

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