कैसा है ...?
यानि ,कैसा महसूस कर रहे हो आज ?
प्रसन्न या थोडे -से उदास
या फिर चिंतित..
या पता ही नहीं चल पा रहा कि
कैसे हैं आज ....?
चलो ...अपनी भावनाओं को
मौसम मान लो ...
फिर सोचो ......
सोकर उठे तो मौसम साफ,
मन शांत, प्रसन्न.....
पर एक घंटे बाद....
मौसम विभाग की सूचना...
भारी बरसात, तूफान...
हमारे मन के भाव भी
एकदम वैसे ही हैं..
हमेशा बदलते रहते हैं
मौसम की तरह.....
घना कोहरा ..
चिंता .....
गरजते बादल ...
गुस्से से तमतमाता चेहरा
फिर अचानक ....मन शांत
आकाश साफ......।
शुभा मेहता
8th Dec ,2023
सुन्दर रचना
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद सुशील जी
Deleteमन का मौसम तो बदलता रहता है, पर आत्मा का आकाश सदा साफ़ रहता है
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद अनीता जी
Deleteआहा क्या बात है ... कमाल की बात है ...
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद दिगंबर जी ।
Deleteवह, क्या तूफ़ान ला दिया है आपने... बहुत सुन्दर!
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद 🙏
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद ओंकार जी
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