आओ मिल करें सब
स्वागत नववर्ष का
मिल गले एक दूजे से
करले दूर गिले -शिकवे
ख्वाहिशें जो रह गई
अधूरी हैं ..
आओ सजा लें
फिर से मन में
मंजिल को पाना है
हौसला बुलंद करें
आओ ....
ज़िन्दगी की थाली को
प्रेम से सजाएं
भर दें उसमे स्वाद सभी
खट्टे , मीठे , चरपरे
आओ मिल .....
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