Tuesday 21 August 2018

फूल....

छत के कोने में
  बतियाते फूल
   सब मिल बगिया को
     महकाते फूल
      लाल ,पीले ,नीले
      सफेद फूल
       न गिला ,न शिकवा
         न जात ,न पात
           न बडा न छोटा
            न ऊँचा ,न नीचा
            मंदिर हो ,मस्जिद हो
            हो गिरजा या चर्च
             सभी जगहों पर
            पहुँच जाते ये फूल ।

        शुभा मेहता
     
   
 

Tuesday 14 August 2018

स्वतंत्रता दिवस

सभी मित्रों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ..

  नमन है उन सभी वीर शहीदों को ,जिनकी
शहादत की वजह से आज हम खुली हवा में साँस ले रहे हैं ,कितने ही ऐसे अनजाने शहीद होगें जिनका नाम इतिहास में दर्ज नहीं है ...धन्य है उनके माता -पिता ।
   मित्रों ,आज मैं बात करना चाहूँगी इस माँ के बारे में जिसे हम भारत माता पुकारते हैं ...पर मैं आप सबसे पूछना चाहूँगी कि क्या माँ पुकारना काफी है ,?क्या हमें इसका जतन प्यार से नहीं करना चाहिए ?
पिछले एक सप्ताह से व्हाट्सएप ,फेस बुक और भी सभी सोशल मीडिया एप्लीकेशन में जैसे बाढ़ सी आई हुई है ....वंदे मातरम ,जय भारत ,मेरा भारत महान ..
  लोग तिरंगे के  साथ प्रोफाइल पिक्चर लगा रहे है ,और भी बहुत कुछ .....
   क्या यहीं तक सीमित रह गया है देश प्रेम ....?
    जातिवाद ,धर्मवाद ,आरक्षण के नाम पर बंद का आयोजन ,आपसी मतभेद ,दंगे -फसाद ....क्या यही है
देश प्रेम ?
  मेरे देश की धरती सोना उगले .....और इसी धरती को हम कूडा करकट डालकर कितना गंदा कर रहे हैं ....
अभी हमारी सोसायटी नेंं एक वाचमैन रखा है ,कि बाहर कोई कचरा ना डाले ,बेचारा दिन भर खडा रहकर ध्यान रखता ,पर ये तथाकथित पढे-लिखे लोगों ने रात में कचरा बाहर डालना शुरु किया ।
   हमारी पवित्र नदियां जिन्हें भी हम माँ कहते है ,कचरों से भरी पडी है ..

  यहाँ मैं यही कहना चाहूँगी कि हमें स्वयं जागरूक होना पडेगा , हमारी आने वाली पीढी के आगे आर्दश उपस्थित करना होगा ,जागरूक नागरिक बनना होगा ..सभी भारतीय एक माँ भारती की संतान है ,यह भावना लानी होगी ....
चंद पंक्तियाँ माँ भारती को सर्मपित ...ये पंक्तियाँ  मुझे बहुत पसंद है ...

माँ भारती ,माँ भारती ,माँ भारती ।
  स्वर्ग भी करता तुम्हारी आरती ।।
शुभ्र ज्योत्सना सृदश अंचल है तुम्हारा
   बह रही जिसमें युगों से पुण्य धारा
जोड़ कर रवि शशी प्रगति के अश्व को
चल रहे अस्तित्व के बन सारथी ।
  माँ भारती ,माँ भारती ,माँ भारती
स्वर्ग भी करता तुम्हारी आरती।

शुभा मेहता

15th Aug 2018