Wednesday, 7 March 2018

सबला ...

सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...

नहीं है तू अबला
दिखा दे जमाने को
  थाम हाथ इक दूजे का
  चल साथ -साथ
   बना ले मुट्ठी
   पथ मेंं हों चाहे
   लाखों कंटक
    न रुक, चल बढ़
    लाँघ ले हर बाधा
    न होने दे अब
    कोई अग्नि परीक्षा
   न बने कोई अब, उपेक्षित उर्मिला
     चल निकल पड़
      पाने को मंजिल
     छू ले आसमाँ ....।
 
शुभा मेहता ..
8 th March ,2018
  

14 comments:

  1. Wah nahi hai tu abla tere andar shakti h apaar jab thhan le toh ban jaati h durga savitri ahilya manikarnika meera ka garal paan tu hai sarva shaktimaan wah bahut anuprerit krti kvita hai one of your best shows the confidence and what a love ode on the Women's Day wish you a very very happy day it belongs to not only to you but to us also love you my sweet sister bahena ki jalam ka jaadu chal gya 😘😘😘😘😘😘👏👏👏👏👏💐💐💐💐💐💐

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    1. समय समय पर प्रेरणा देने के लिए धन्यवाद शब्द काफी छोटा है भाई ..।

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  2. बेहद खूबसूरत रचना शुभा जी. बधाई स्वीकारें

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सुधा जी ...आपको भी महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।

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  3. वाह्ह्ह...बहुत सुंदर रचना शुभा दी।
    नारी दिवस पर सबल नारी शक्ति आप मेरी शुभकामनाएँ स्वीकार करें।

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    1. बहुत -बहुत धन्यवाद श्वेता .....आपको भी महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...

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  4. नारी दिवस पर खूबसूरत रचना शुभा जी !!

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  5. बहुत खूबसूरत रचना

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    1. धन्यवाद नीतू जी ।

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  6. चल निकल पड़ पाने को मंज़िल छू ले आसमान
    अब ना होने दे कोई अग्नि परीक्षा
    नारी शक्ती को नमन ख़ूबसूरत रचना

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद रितु जी ।

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  7. छु ले आसमान ...
    यही मंजिल होनी चाहिए और आत्मशक्ति वहाँ ले जाती है ... जो नारी में भरपूर है .... सुन्दर रचना ...

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    1. बहुत बहुत. धन्यवाद दिगंबर जी ।

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