जिस क्षण हो जाए ज्ञान ,
करने लगो जिस क्षण
स्वयं से बेपनाह
मुहब्बत ....
रखने लगो जब ,
अपना ख्याल .......
समझो उसी
क्षण हुआ है
तुम्हारा जनम
फिर चाहे कितने ही वर्ष
गुजार दिए हों ..
सबका ध्यान रखते हुए
अपने सपनों ,अपनी खुशियों का
बलिदान करके ....।
मना लेना जन्मदिन
उसी क्षण ....
हो अस्तित्व बोध जब ।
शुभा मेहता
8th April ,2021