Wednesday, 16 February 2022

भाग्य

दोस्तों हम अक्सर लोगों को कहते हुए सुनते हैं कि हमारा तो भाग्य ही खराब है ,लक काम ही नहीं करता वगैरह -वगैरह ...।
  आज मैं आपको बताती हूँ ,भाग्य कैसे काम करता है ...

     भाग्य =
    prepration + Attitude+opportunity+
   Action 

   तैयारी+रवैया+मौका +कार्य (मेहनत)=भाग्य 

    खाली बैठकर भाग्य को दोष मत दीजिए । 

  तैयारी कीजिए , उसपर अमल कीजिए ,मेहनत कीजिए और जब भी अच्छा मौका मिले आगे बढने का,उसे हाथ से जाने न दीजिए ।

शुभा मेहता 
17th feb ,2022

26 comments:

  1. भाग्य की बहुत ही सुंदर परिभाषा, शुभा दी।

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद ज्योति ।

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  2. एकदम सही कहा आपने!

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  3. सही है, हमारा आज का कर्म ही कल का भाग्य बनता है

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    1. धन्यवाद अनीता जी ।

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  4. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज शुक्रवार (१८-०२ -२०२२ ) को
    'भाग्य'(चर्चा अंक-४३४४)
    पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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  5. आमंत्रण भूलने हेतु माफ़ी चाहती हूँ दी।
    सादर

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    1. अरे ,कोई बात नहीं ।

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  6. भाग्य की गणितीय परिभाषा 😀

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  7. भाग्य को बहुत करीने से परिभाषित किया है
    सार्थक प्रस्तुति
    सादर

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद ज्योति जी ।

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  8. भाग्य की सटीक और सारगर्भित परिभाषा ।

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    1. धन्यवाद जिज्ञासा जी ।

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  9. भाग्य को बहुत बढ़िया तरीक़े से परिभाषित किया है आपने । बहुत सुंदर शुभा जी !

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  10. वाह। भाग्य को पुनर्परिभाषित किया आपने ।

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद ।

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  11. वाह शुभा जी! शानदार परिभाषा सूत्र के साथ सुंदर सृजन। आँसू को पसीने में बदलो मेहनत से नसीबों बदलते हैं...

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद मीना जी ।

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  12. सच कहा है ... अच्छे से परिभाषित किया है ...

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    1. धन्यवाद दिगंबर जी ।

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  13. बहुत सुन्दर प्रस्तुति

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  14. भाग्य को बहुत बढ़िया से परिभाषित किया आपने

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