वैज्ञानिक तरीके से आसान करने में शरीर अथवा मन पर श्रम नही पड़ता ।आसान हमेशा शांत चित्त, एकाग्रता एवं धीरज के साथ यथाशक्ति करने चाहिए ।सही तरीके से किए गए आसनों से शरीर के हर एक स्नायु को नई शक्ति व स्फूर्ति मिलती है । आसनों द्वारा रक्त परिभ्रमण अधिक होता है और इससे स्नायुओं को पोषण मिलता है ।
जोड़ों पर आसनों का असर-जोडों के आसपास के लिगामेंट्स (बंधन) आसनो के द्वारा सुदृढ़ बनते है ।
हड्डियों पर आसनो का असर-आसनों के द्वारा हड्डियों में रक्त संचार बढता है जिससे उनकी मजबूती व स्थितिस्थापकता बढती है ।
ह्रदय व धमनियों पर आसनों का असर -आसनो से शरीर के अवयवों में रक्तप्रवाह बढता है और ह्रदय की क्षमता बढती है । साथ योगासनों द्वारा मन की एकाग्रता बढती है और मन शांत रहता है जिससें ब्लड प्रेशर काबू में रहता है ।
पाचन तंत्र पर आसनों का असर- आसनों के द्वारा पाचनशक्ति को बढाया जा सकता है । और इन अवयवों की कार्य क्षमता बढती है । शरीर हमेशा स्फूर्ती भरा रहता है । नियमित आसनों द्वारा पेट की चर्बी घटती है
श्वसनतंत्र और आसान-सभी प्रकार के प्राणायाम करने से श्वास लेने की प्रक्रिया सुधरती है और रक्त स्वच्छ बनता है ।
अंत में इतना ही कहूँगी कि नियमित योगासन करने से लाभ अवश्य मिलता है ।
Friday, 21 March 2014
आसनों में वैज्ञानिकता
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