कभी ना मुसीबत से हारे वो है नारी ,
रहे मुसकुराती सदा वो है नारी ।
तिनका-तिनका सहेज कर -
बनाए मकान को घर वो है नारी ।
सदा प्यार से सबको खाना खिलाए ,
अगर कम हो विश्वास तो उसको जगाए ।
खडी रहे अडिग वो जो आए कोई तूफाँ ,
कई रूप उसके वो सबको निभाती ,
वो नारी है शक्ति है ,नारायणी है
नमन उसको शत-शत ,है शत -शत नमन ।
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