कहते है न कि स्वस्थ व्यक्ति ही सुखी व्यक्ति होता है । अगर हम अपने स्वस्थ्य के प्रति थोड़े जागरूक रहे तो कुछ हद तक निरोगी जीवन जी सकते है । वो कहावत है न कि पहला सुख निरोगी काया ।
हमारा शरीर एक अदभुत यंत्र है । इसको संभालना हमारा कर्तव्य है ।जैसे साइकिल के पहियों के बीच में चैन होती है जिससे साइकिल चलती है पर समय-समय पर हमें उसकी सफाई करनी पडती है ,तेल डालना पड़ता है । उसी तरह से हमें अपने शरीर की भी हिफाज़त करनी पडती है ।
आज मै बात करूँगी पैरों की । हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर का हर एक अवयव महत्वपूर्ण है और हम उनकी देखभाल भी अच्छी तरह करते है लेकिन अक्सर देखा गया है कि पैरों के प्रति लोग अधिकतर लापरवाह रहने हैं ( कुछ खास तबके को छोडकर जो नियमित पेडीक्योर, मसाज करवाते हैं )
हमारे पैर हमें जहाँ हम चाहते है वहाँ ले जाते है और पूरे शरीर का वजन उठाते हैं । अक्सर जब लोग पैदल कही जाते है तो कहते हैं भाई हम तो ग्यारह नम्बर की गाड़ी से आएं है । तो इस गाडी को भी सर्विसिंग की जरूरत होती है न ।
तो फिर देर किस बात की है चलिये आज से ही शुरू करते है । *पैरों मे अच्छी सी मसाज करवाएं ये आप स्वयं भी कर सकते है ।
* स्ट्रेचिंग व्यायाम करें ।
* कभी -कभी पेडीक्योर करवाएं ।
*sometimes celebrate your feet .
और उनकी सराहना करें ।
स्वस्थ्य रहे खुश रहें ।
Sunday, 6 April 2014
स्वास्थ्य और हम
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